वो मांझी की तलाश में भटकता रहा
में साहिल पर पहुच गया
जो देखा मुड़कर डूबता हुए उसेतो
ये दिल मांझी बन लौट गया
हमारा साथ उन्हें गवारा न था
उनका डूबना हमें मुनासिब न था
एक छेद हमने भी अपनी नाव में कर
फकत साहिल सामने दीखता रहा
और मांझी मुसाफिर क तलाश में डूब गया
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3 comments:
nice one sir
thanks chirag ..
bahut khoob
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